प्रसादम्
सामान्यतया सभी भगवान के पूजनोत्सव उपरांत प्रसाद का वितरण किया जाता है। उत्तर भारत में सत्यनारायण भगवान की पूजा विधि—विधान से की जाती है। इसमें चढ़ाये जाने वाला प्रसाद भी बहुत महत्वपूर्ण है और गांव—घरों में इसे बड़े श्रद्धा से ग्रहण किया जाता है। आइये आज हम आपको यह प्रसाद बनाने की विधि बताते हैं।
आवश्यक सामग्री :
गेहूं — 250 ग्राम
दूध — 2 लीटर
शक्कर — 500 ग्राम
केला — 12
काजू — 50 ग्राम
बादाम — 50 ग्राम बारीक कटे हुए
किशमिश — 50 ग्राम धुले हुए
मखाना — 50 ग्राम
बनाने की विधि :
सबसे पहले गेहूं को अच्छे से धो लें फिर इसे सुखाकर भून लें। अब इसे मिक्सर ग्राइण्डर में पीस लें। अब इसमें उबाल कर रखे हुए दूध मिलायें फिर इसमें केले को अच्छी तरह से मथ कर मिलायें। अब इसमें काजू—बादाम बारीक काट कर मिलायें। किशमिश को अच्छी तरह से धो लें फिर इसमें डालें। इसमें शक्कर डालकर अच्छी तरह मिलायें। उपर से मखाना डालकर हल्का मिला लें। लीजिए तैयार है प्रसाद। प्रसाद की पवित्रता बनाये रखने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें।
सामान्यतया सभी भगवान के पूजनोत्सव उपरांत प्रसाद का वितरण किया जाता है। उत्तर भारत में सत्यनारायण भगवान की पूजा विधि—विधान से की जाती है। इसमें चढ़ाये जाने वाला प्रसाद भी बहुत महत्वपूर्ण है और गांव—घरों में इसे बड़े श्रद्धा से ग्रहण किया जाता है। आइये आज हम आपको यह प्रसाद बनाने की विधि बताते हैं।
आवश्यक सामग्री :
गेहूं — 250 ग्राम
दूध — 2 लीटर
शक्कर — 500 ग्राम
केला — 12
काजू — 50 ग्राम
बादाम — 50 ग्राम बारीक कटे हुए
किशमिश — 50 ग्राम धुले हुए
मखाना — 50 ग्राम
बनाने की विधि :
सबसे पहले गेहूं को अच्छे से धो लें फिर इसे सुखाकर भून लें। अब इसे मिक्सर ग्राइण्डर में पीस लें। अब इसमें उबाल कर रखे हुए दूध मिलायें फिर इसमें केले को अच्छी तरह से मथ कर मिलायें। अब इसमें काजू—बादाम बारीक काट कर मिलायें। किशमिश को अच्छी तरह से धो लें फिर इसमें डालें। इसमें शक्कर डालकर अच्छी तरह मिलायें। उपर से मखाना डालकर हल्का मिला लें। लीजिए तैयार है प्रसाद। प्रसाद की पवित्रता बनाये रखने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें।
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